SCIENCE DAY 28 FEB ,क्या है विज्ञानं दिवश,क्यों है खास
- science day क्या है
- क्यों खास है
- C.V रमन कौन थे
science day को क्यों मनाया जाता है किसके लिए मनाया जाता है क्यों खास है यह दिन और क्यों C.V रमना को जाना जाता है इन्का क्या योगदान है हमारे जीवन में, हम यह भी जानेगे तो चलिए बिना देर किये ले कर चलते है आप को।
science day क्या है
science day को रमन इफ़ेक्ट की खोज की गयी थी या मै यह कहु या फिर यह कह की रमा इफ़ेक्ट की वजह से science day मनाया जाता है दोनों कहाँ जाये तो कोई गलत नहीं है यो हम जिस इफ़ेक्ट की बात कर रहे है
वास्तव में 28 feb 1928 ,को हम science dayके रूफ में इस लिए मानते है क्योकि उस दिन C.V रमन के अथक प्रयाश के बाद लाइट इफ़ेक्ट की खोज कर दुनिया को चौका दिया था रमन इफ़ेक्ट की खोज ने पूरी दुनिया को यह बता दिया की सागर क्यों नीला होता है खास खास चीजोंकी खोज ने यह बता दिया की समुन्द्र क्यों नीला दिखाए देता है science day को इन्ही अविष्कारों के लिए जाना जाता है जिसके वजह से science day मनाये जाता है
science day क्यों खास है
science day कई वजह से खास है जिसके लिए science day को जाना जाता है science day को क्यों खास माना गया है और किस वजह से मनाया जाता है
C.V रमन यह एक ऐसे व्यक्तिएक थे जिन्हो ने PT. जवाहरलाल नेहरू को जो भारतके पहले प्रधान मंत्री थे उनको पास जाकर गोल्ड और कॉपर को लेकर उनके सामने ही एक्सपरिमेंट किया जिसमे उन्होंने दिखाया की कॉपर ज्यादा चमक रहा था जब पंडित जवाहर लाल नेहरू से कहा की यह कॉपर ज्यादा चमक रहा है तभी C.V रमन ने कहा की यही यही है उवि रेज जिसके माधयम से यह ज्यादा चमक रहा है एक बार जब रमन समुंद्री यात्रा कर रहे थे उरोप के लिए तब उन्हों ने देखा की समुन्द्र कुछ ज्यादा ही नीला है तब उन्होंने एक क्रिस्टल निकला और एक्सपरिमेंट करने लगे तब उन्हों ने देखा की यह सागर क्यों नीला है और समुंद्री यात्रा ल्हाटतम होने से पलहे उन्हों ने एक पेपर लिख दिया मॉलिक्यूलर डिफ्रेक्शन पर प्रोफेस्सर RAYLEIGH की के सिधान्तो को सही किया इन्होने बताया समुद्र नीला क्यों होता है इन्होने ही फोटोन की स्पिन को सिद्ध किया था लाइट के पार्टिकल को भी बताया था इन्ही सब अविष्कारों के वजह से साइंस डे खास है जिसके लिए हम इसे साइंस डे के रूप में मानते है
C.V रमन कौन थे
C.V रमन कौन थे आईये जानते है C.V रमन को किन करने से जाना जाता है इनका पूरा नाम “CHANDRA SHEKHAR VENKAT RAMAN “ था इनका हम जन्म 7 FEB 1888 को तमिल नाडु के एक ब्राह्मण फैमली में हुआ था इनके पिता एक प्रोफेसर थे जिनका नाम चंद्र सेखर अय्यर इनकी अत का नाम पार्वती आमा था जो एक हाउस वाइफ थी इनके पिता भौतिक ,और मैथ के प्रोफेसर थे रमन के खर का माहौल हमेशा से ही अच्छा रहा है क्यों की इनके पिता एक प्रोफेसर थे तो घर में किताबो की कोई कमी नहीं थी C.V रमन यह हमेसा से पढ़ने में ज्यादा मन लगता थाC.V रमन 11 वर्ष की आयु में 10th और 13 की आयु में 12th भी पास कर लिया था और 16 साल की उम्र में इन्होने भौतिक और इंलिश डिग्री ले ली इन्होने 19 वर्ष की आयु में ही IFS (indian finance service) ज्वाइन कर ली थी जिसमे C.V रमन टॉप किया था C.V रमन ने फिर से कोलकाता में एज अ प्रोफेसर ज्वाइन कर लिए वहा भी यह परेटिक्ल पर ज्यादा फोकस करते थे तब जाकर 28 FEB 1928 को C.V रमन ने रमन इफ़ेक्ट की खोज की इन्होने ने होना काम पूरा कर लिया पूरी दुनिया को बताया की इन्होने क्या खोजै है फिर उसके बाद इनको यह पहले भारतीय थे जिनको नोबेल प्रुस्कार मिला इनको बहुत से अवार्ड दिए गए। इसी वजह से हम 28 FEB 1928 को SCIENCE DAY की रूप में मानते है।